साल 1913 में रिलीज़ हुई पहली फ़िल्म राजा हरिश्चंद्र था.

राजा हरिश्चंद्र की पत्नी तारामती शिवि देश और वहां के राजा की पुत्री होने के कारण लोग उन्हें शैव्या नाम से भी बुलाते थे.

राजा हरिश्चंद्र इस वरदान के परिणामस्वरूप, राजा के घर रोहिताश्व नामक एक पुत्र था

राजा हरिश्चंद्र के कुल गुरु वशिष्ठ के उपदेश से इन्होंने वरुणदेव की उपासना की ये बहुत दिनों तक पुत्रहीन रहे

त्रेता युग के दौरान इक्ष्वाकु वंश में सूर्यवंशी सत्यव्रत के एक यशस्वी पुत्र का जन्म हुआ, नाम रखा गया हरिश्चंद्र.

राजा हरिश्चंद्र नदी के किनारे रहते थे। उस समय काशी के पास 'वरुणा' और 'असि' नामक नदियाँ प्रवाहित होती थीं, जिनके कारण काशी को 'वाराणसी' भी कहा गया।